क्या आप शेयर मार्किट में रुचि रखते हैं? क्या शेयर मार्किट चार्ट कैसे समझे जैसे शब्द आपको परशान करते हैं? डरें नहीं, क्योंकि इस आर्टिकल गाइड में, हम शेयर मार्किट चार्ट कैसे समझे जाते है आपको यह समझने में मदद करेंगे कि शेयर मार्किट चार्ट कैसे काम करते हैं। यदि आप शेयर मार्किट में निवेश की शुरुवात कर रहे है, तो यह आर्टिकल आपको शेयर बाजार चार्ट को समझाने की कोसिस किया गया है और आवशयक ज्ञान से लैश है।
शेयर मार्किट चार्ट कैसे समझे
शेयर बाज़ार चार्ट ऐतिहासिक प्राइस और स्टॉक, कमोडिटी या अन्य वित्तीय उपकरणों के ट्रेडिंग वॉल्यूम का शो करता हैं। ये चार्ट बाज़ार के व्यवहार में इम्पोर्टेन्ट इनसाइड जानकारी प्रदान करता हैं, जिससे निवेशकों को डिसिशन लेने में हेल्प मिलता है। सफल ट्रेडिंग और निवेश के लिए इन चार्ट को समझना बहुत ही आवश्यक होता है।
शेयर मार्केट चार्ट के प्रकार
लाइन चार्ट
लाइन चार्ट शेयर मार्केट चार्ट का सबसे सरल प्रकार का चार्ट है। पर यह ट्रेडिंग के लिए अच्छा नहीं माना जाता है लकिन बहुत से ट्रेडर लाइन चार्ट की हेल्प से ट्रेड करते है। यह एक specified period में स्टॉक की कीमतों को जोड़ता है, जिससे एक continuous line बनती है। लाइन चार्ट overall trends की पहचान करने के लिए बहुत अच्छा होता हैं।

बार चार्ट
बार चार्ट, लाइन चार्ट की तुलना में अधिक जानकारी प्रदान करता हैं। प्रत्येक बार एक specific time frame को दर्शाता है और उस समय की ओपन, क्लोज , हाई तथा लो कीमतों को अच्छे तरीके से प्रदर्शित करता है। बार चार्ट चुनी गई टाइम फ्रेम के अंदर प्राइस और प्रेडिक्शन की जानकारी प्रदान करता हैं।

कैंडलस्टिक चार्ट
एक ही कैंडल में पूरी जानकारी देने की क्षमता के कारण कैंडलस्टिक चार्ट का भरपूर रूप से उपयोग किया जाता है। अधिक तर ट्रेडर कैंडिलिस्टिक चार्ट का उपलोग करते है प्रत्येक कैंडलस्टिक एक टाइम फ्रेम की पूरी जानकारी देता है और बार चार्ट की तरह ओपन , क्लोज, हाई और लो कीमतों को दर्शाता है। यदि आप एक दिन का टाइम फ्रेम से देखे गए तो एक कैंडल पुरे दिन का जानकारी देती है जैसे की ओपन प्राइस से लेकर हाई ,लो और क्लोज प्राइस तक सब कुछ दर्शाता है। कैंडिलिस्टिक चार्ट सब से आसान होता है और अधिकतर लोग इसे ही यूज़ करते है।

शेयर बाज़ार चार्ट के Component
X और Y axis
एक्स-एक्सिस बाएं से दाएं की ओर बढ़ते हुए टाइम को दर्शाता है। Y-एक्सिस वर्टिकल( लम्बवत ) रूप से चलते हुए प्राइस स्टेज का प्रदर्शित करता है।
प्राइस डेटा
प्राइस डेटा को चार्ट पर प्रदर्शित किया जाता है, जो समय के विभिन्न बिंदुओं पर asset के मूल्य को दर्शाता है। कीमतों के बीच की vertical distance instability और प्राइस को प्रदर्शित करता है।
टाइम फ्रेम
चार्ट मिनटों से लेकर महीनों या वर्षों तक प्रत्येक टाइम -फ्रेम प्रदान करता हैं। छोटी टाइम फ्रेम इंट्राडे प्राइस को प्रकट करता हैं, जबकि लंबी टाइम फ्रेम लॉन्ग टर्म को प्रदर्शित करती हैं। टाइम फ्रेम 1 मिनट , 2 मिनट ,से लेकर दिन , सप्ताह , महीना और साल तक होता है
शेयर मार्किट चार्ट पढ़ना और उनका विश्लेषण करना
trends की पहचान करना
बेसिकाली ट्रेंड्स तीन प्रकार का होता है अपट्रेंड , दोनट्रेंड और सिडेवेस में स्टॉक मार्किट चलता है ऊपर की ओर जारहा है तो अपट्रेंड निचे जा रहा है तो दोनट्रेंड और यदि नाही ऊपर और नाही निचे जा रहा हो तो साइडवेज़ ट्रेंड्स होता है।
सपोर्ट और रेजिस्टेंस
सपोर्ट एक प्राइस स्तर है जहां एक स्टॉक अक्सर गिरना बंद कर देता है और वहा से ऊपर जाने का चांस रहता है। रेसिस्टेन्स वह है जहां कोई स्टॉक आम तौर पर बढ़ना बंद कर देता है। इन सपोर्ट और रेसिस्टेन्स की पहचानने से निर्णय लेने में सहायता मिलती है।

वॉल्यूम एनालिसिस
ट्रेडिंग वॉल्यूम प्राइस मूवमेंट को दर्शाता है। प्राइस चेंज होने पर अधिक मात्रा बाजार की मजबूत भावना का संकेत देती है, जबकि कम मात्रा अनिश्चितता का संकेत दे सकती है।
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सामान्य चार्ट पैटर्न
हेड और शोल्डर
यह पैटर्न एक अपट्रेंड से डाउनट्रेंड में चेंजिंग का संकेत देता है। इसमें तीन चोटियाँ हैं: दो निचली चोटियों के बीच एक ऊँची चोटी, जो एक हेड और शोल्डर के समान है।

डबल टॉप और बॉटम्स
ये पैटर्न चेंजिंग का भी सुझाव देते हैं। एक डबल टॉप में समान कीमत पर दो हाई होते हैं, जबकि डबल बॉटम में दो लो होते हैं। वे संभावित प्रवृत्ति परिवर्तनों का संकेत देते हैं।
ट्रायंगल
ट्रायंगल संभावित ब्रेकआउट से पहले price consolidation को प्रदर्शित करता हैं। Symmetrical, Ascending and Descending Triangles संभावित प्राइस एक्शन में अच्छे से प्रदर्शित करता है।
सही टाइम फ्रेम का चयन करना
सही टाइम फ्रेम का चयन आपकी ट्रेडिंग एक्सपीरिएंस पर निर्भर करता है। इंट्राडे ट्रेडर छोटे टाइम फ्रेम में ट्रेड करना पसंद करते हैं, जबकि लॉन्ग समय के निवेशक लॉन्ग टाइम फ्रेम पर ध्यान केंद्रित करते हैं। बाज़ार की स्थितियों के अनुरूप ढलना महत्वपूर्ण है।
चार्ट के साथ तकनीकी इंडिकेटर का उपयोग करना
मूविंग एवरेज
मूविंग एवरेज पीछे दिनों के प्राइस के आधार पर एक एवरेज दर्शाता है जैसा की 50 मूविंग एवरेज तो ये पिछले 50 दिनों का प्राइस एवरेज शो करता है
RSI
RSI प्राइस एक्शन की गति और परिवर्तन को मापता है। यह ज्यादा buy और अधिक sell की स्थितियों की पहचान करने में मदद करता है, चेंजिंग की भविष्यवाणी करने में सहायता करता है।
MACD (मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस डाइवर्जेंस)
एमएसीडी गति में बदलाव को दर्शाने के लिए चलती औसत को जोड़ती है। यह पोटेंशियल buy और sell संकेतों को प्रदर्शित करता है।
चार्ट के माध्यम से बाजार की धारणा को समझना
चार्ट मार्किट की भावना को दर्शाता हैं। पॉजिटिव न्यूज़ प्राइस को बढ़ा सकती हैं, जबकि निगेटिव न्यूज़ गिरावट का कारण बन सकती हैं। चार्ट का विश्लेषण करने से भावना का प्रेडिक्शन करने में सहायता मिलती है।
FAQs
चार्ट पैटर्न कैसे पढ़ें?
चार्ट पढ़ने के लिए आपको बेसिक जानकारी जरुरी है जैसा की सपोर्ट रेसिस्टेन्स मूविंग एवरेज आदि के सहायता से आप चार्ट आसानी से समझ सकते है।
डे ट्रेडिंग के लिए कौन सा चार्ट सबसे अच्छा है?
डे ट्रेडिंग के लिए कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न में 5 मिनट या 15 मिनट अच्छा माना जाता है।
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